एक गाव मे शाम नाम का एक किसान रहेता था |ओ अपनी खेती बडे मन से करता था ,उसका एक छोटा बेटा था | उसके घर गाय ओर मुर्गीया थी ,उसका बेटा उस मुर्गी यो को हर रोज दाने डांलता | एक दिन अंडे से उस मुर्गी के बच्चे बाहर आ रहे थे |
लेकीन एक अंडे से मुर्गी के बच्चे को बाहर आने में बहोत हि तकलीफ हो रही थी |ओ मुर्गी का बच्चा अपनी चोच से अंडा तोड रहा था ,लेकीन अंडा तुट नही रहा था |ओ मुर्गी का बच्चा बहोत हि परेशान हो रहा था | तभी किसान का बच्चा उस अंडे के पास आकार उस अंडे को अपने हातोसे धीरे धीरे तोडने लगता है ताकी मुर्गी का बच्चा जल्दी बाहर आ जाये|
थोडे हि देर मै मुर्गी का बच्चा बाहर आ जाता है , ओर कुछ दिन बाद ओ किसान का लडका देखता है कि सभी मुर्गी के बच्चे दूर दूर तक जाते है लेकीन , एक मुर्गी का बच्चा चल हि नही पाता है ,ओ मुर्गी का बच्चा अपाहीज हो गया था | तभी उस लडके को याद आता है , कि वह वही मुर्गी का बच्चा है उस दिन मैने उसे अंडे से बाहर निकाला था | ओ लडका बहोत हि परेशान हो जाता है ,
motivational story in hindi for success |
ओ अपने पिताजी से मुर्गी के बच्चे के बारे में सब कुछ बताता है ,ऐसा क्यू हुवा ऐसा अपने पिताजी से पुछता है | तब पिताजी बोलते है कि अगर ओ मुर्गी का बच्चा खुद हि उस अंडे को तोडता ,अंडे से बाहर आने केलीए जी जान से अंडे को तोडता तो बाहर आ सकता था | उसने पुरी कोशिश भी नही कि , अगर उस मुर्गी के बच्चे ने अंडे को खुद हि तोडा होता तो ओ बच्चा आज अपाहीज नही होता |
इस कहाणी से हमे ए सिखने को मिलता है कि , जीवन मै कितनी भी मुश्कीलआए ,कितनी भी समस्या आये हमे उसे तोडना होगा ,उस मुश्कील का सामना करणा होगा , खुद हि लडना होगा तब हि जाकर हम जीवन मै सफल हो पायेंगे | नही तो उस मुर्गी के बच्चे जैसे हम भी मन से अपाहीज हो सकते है ,दोस्तो हर समस्या का समाधान है ,
अगर हम पुरे लगन से , पुरे विश्वास से ,पुरे तन मन धन से ,कोई चीज करे तो हमे जीवन मै सफल होणे से कोई नही रोक सकता ,दोस्तो अगर आपको ए story पसंद आये तो जरूर बताना | मिलते है अगले एक motivational short story for students in hindi के साथ धन्यवाद . एक बात हमेशा याद रखो जहा आस्था है वहा रास्ता है |
किताबो के साथ रहोगे तो जिंदगी बेहतर नही खुबसुरत हो जाये गी |
ए किताब आपको अमीर , ओर सफल इन्सान बना सकती है |